ध्यानसरिता (ध्वनिमुद्रण)

जिनवाणीपुत्र क्षुल्लक श्री ध्यान सागरजी महाराज के मधुर स्वर में अनेक स्तोत्र,भावनाएं एवं गीतों को संगीत बद्ध किया गया है जो श्रोताओं के मन में भक्ति, वैराग्य, करुणा आदि भावों को जगाती है।
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